hindi kahani Fundamentals Explained

हिंदी कहानियां लिखी हुई

बड़े होने पर श्रीकृष्ण द्वारका के राजा बने. गरीब सुदामा एक झोंपड़ी में रहते थे.

घने और लम्बे बाल भुजाओं पर बिखर गये.उस नवयुवक की पत्नी बोली- स्वामी ये आपकी बेटी हैं, आपके चले जाने के बाद दुनिया की नजरो से बचाने के लिए मैंने इसका एक बेटे की तरह पालन-पोषण किया.

जो मानसून की शुरुआत के साथ ही राजस्थान के घना पक्षी विहार अभ्यारण में प्रवास पर आ जाती हैं,शरद मौसम की आहत से ही ये अपने वतन की वापसी का रुख कर लेती हैं.

खेत का मालिक मुह उतारकर आकाश में उड़ती हुई कुरज को एकटक देखता रहा.

क्या वह आज तक किसी की बनी हैं, जो तुम लोगो की बन जाएगी. मनुष्य मेरी मेरी करके व्यर्थ यत्न करता हैं.

आपका आहार तो एक जीव से पूर्ण हो जाता हैं.

इस प्रकार ऊपर की सब बातचीत तथा भोजन करने में दो घंटे लग गये.

इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि कोई भी कार्य अंतर्मन से छिपा नहीं रहता और अंतर्मन ही व्यक्ति को सही रास्ता दिखाता है.

राम ईश्वर के अवतार तथा महापुरुष माने जाते हैं. उनका सम्बन्ध त्रेता युग से हैं. द्वापर युग में एक अन्य ईश्वरीय अवतार तथा महान पुरुष हुए हैं.

श्रीकृष्ण ने उन्हें प्रकट रूप में कुछ नहीं दिया.

तभी एक बुड्ढा वहा आया और बोला – क्या बात हैं, क्यों झगड़ रहे हो.

बुजुर्ग का न्याय जैसी पढने में तो बेहद छोटी लगेगी, मगर इनके भीतर छिपे सार को समझने की कोशिश की जाए तो यह बहुत बड़ी बात कह जाती हैं, व्यक्ति को जिनका अनुभव सालों के अध्ययन के बाद भी नही होता हैं.

वहां खाने के लिए कुछ भुने चने भी दिए. श्रीकृष्ण लकड़ी काटते रहे और सुदामा पोटली खोलकर चने चबाते रहे. जब श्रीकृष्ण लकड़ी काटकर आए तब तक सारे चने समाप्त हो चुके थे.

एक लड़का गांव से अपनी मां को शहर ले जाने आया ‍♂ ‍♂ ‍♂ ‍♂ ‍♂ मां ने गाड़ी में बैठते समय चप्पल बाहर उतार दी शहर लड़के के घर पहुंच कर मां नंगे पैर उतरने लगी ...

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